जिंदगी का सच...
मै मतलबी नही...
जो किसी को धोका दू...
बस मुझे समझ पाना...
हर किसी के बस की बात नही... !!
बोलना कोई बड़ी बात नहीं...
नहीं बोलना भी... कोई बड़ी बात नहीं है...
बोलने और न बोलने का विवेक रखना बड़ी बात है.... !!
कहा मिलता हे कभी कोई... समझने वाला...
जो भी मिलता हे... समझा के चला जाता हे.... !!
मेरे जीने का तरीका... थोडा अलग है..
मै उम्मीदो पर नही... अपनी जिद पर जीता हूँ... !!
जिंदगी का सच बस इतना ही है...
कुछ उलझनें कब्र तक साथ जाती हैं... !!
1 comment:
Nice... I loved this poem of life. Thanks...
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