माँ संवेदना है तो पिता क्या है ?
माँ की ममता...
और
पिता की क्षमता का...
अंदाजा लगाना संभव नहीं.... !!
जब माँ छोड़कर जाती है...
तब दुनिया में कोई दुआ देने वाला नहीं होता...
और
जब पिता छोड़कर जाता है...
तब कोई हौसला देने वाला नहीं होता.... !!
शौक तो हमेशा माँ-बाप के पैसो से पूरे होते हैं
अपने पैसो से तो अक्सर बस ज़रूरतें ही पूरी हो पाती हैं...... !!
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